बीत गया साल, बीत गई बातें और रह गई कुछ यादे, तुम्हें कोरे कागज सा स्वीकार लिया है, उम्मीदों की कलम से अब हर सुबह में , खुशियों के रंग भरने का इरादा कर लिया है। ©Kavita jayesh Panot #2021welcome #2021Wishes