विभाजन का विष पीने पर भी बनी रही अमृता, छोडे से भी नहीं छूटती जब नैसर्गिक हो नम्रता ढाल बनाया लेखन को और कलम को अपना अस्त्र, स्वतंत्र विचारो से बुने नए नवेले साहित्यिक वस्त्र नज़्म, कहानी, उपन्यास अनगिन संग्रह कृतियां, पिंजर*,यात्री*,अदालत*, धरती सागर ते सीपियां* हीरे दी कनी*, लातियाँ दी छोकरी*, इक शहर दी मौत* व औरत तीसरी* अग दा बूटा*, कच्ची सड़क* जेबकतरें और जलावतन*, हाथ जोड़ अमृता प्रीतम जी को विजय त्यागी करता है नमन 🙏🙏🙏 star* मार्क वाले सभी नाम #अमृताप्रीतम जी के द्वारा लिखे गए उपन्यास व कहानियों के नाम है #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqquotes #yqwriters #अमृताप्रीतम #yqhindi