द्विघात समीकरण जीवन है और चर जैसा घटनाक्रम है, अंशों में भी बँटा हुआ कुछ अंकों में संयोजन है । यहाँ एक गुणाकर एक भागकर कुछ हासिल न होना है, शून्य सा है जीवन मेरा और शून्य सा इसका दर्पण है ।। -Deepanshi Srivastava #shoonya