मैंने कुछ पानी बचा के रखा था अपनी आंख में कहीं से कोई समन्दर अपने सूखे होठ लेके आया अपने दरवाजे पे मैंने खुद आवाज दी और कुछ देर बाद मैं खुद निकल आया खुद निकल आया