इश्क़ से खुशियां इश्क़ से ग़म, फिर तेरे कहां से हो गए हम, तेरे रातों में जुगनू हैं, मेरे रातों में बिखरे हम। तुम सावन की बदली हो, कड़ी धूप के रोड़े हम। तुम सघन चाशनी सी मीठी, बरबरता के कोड़े हम। एक ग़ज़ल... #nojoto #nojotohindi #love_thought