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#हिंदू कौन बताएगा तुमको के तुम कौन हो कैसे हिंदू

#हिंदू 
कौन बताएगा तुमको के तुम कौन हो कैसे हिंदू 
विश्व भ्रमण करता था जो होता था केन्द्र बिंदू

जहाँ हिमालय  गंगा जमुना और सभ्यता  सिंधू
हर दिन दिन तिल तिल मरता आज सो रहा हिंदू 

तुम आजाद थे आजाद ही रहे वैभवशाली हिंदू 
उठो जगो लडो तुम फिर से विश्व विजयी तुम हिंदू 

तोडो जकडन जात पात की बनजाओ एकल हिंदू 
लहराओ पताका जीत ले आओ फिर से अपनी सिंधू

ज्ञान शास्त्र जो बोध कराए वो ही है हिंद और हिंदू 
शून्य से  संरचना करदे वो गुरू ज्ञानी है हिंदू 

संस्कृति सभ्यता जो लाए अजर अमर है हिंदू 
मरे मरुस्थल जो फूल खिलाए हैं कर्मठ वो हिंदू 

त्याग तपस्या ऋषि मुनि जन करते तत्पर किंतू
जन मानस कर्तव्य कह रहा कुंभकर्ण बनो न तुम हिंदू 

संकुचित संकीर्ण सरल न रहो विराट फिर बनो हिंदू
तेज प्रतापी बनो पराक्रमी विकराल बनो तुम हिंदू 

नष्ट हो रहा है साहस शक्ति यज्ञ करो तुम हिंदू 
हवन कुंड  ज्वाला सी अग्नि प्रज्वलित करो रे हिंदू 

अंत से पहले अनंत युगो तक का प्रण ले लो सब हिंदू 
निकलो घर से जीत लो जग को अब शिव बनो रे हिंदू 

#साधारणमनुष्य
#Sadharanmanushya

©#maxicandragon #हिंदू 
कौन बताएगा तुमको के तुम कौन हो कैसे हिंदू 
विश्व भ्रमण करता था जो होता था केन्द्र बिंदू

जहाँ हिमालय  गंगा जमुना और सभ्यता  सिंधू
हर दिन दिन तिल तिल मरता आज सो रहा हिंदू 

तुम आजाद थे आजाद ही रहे वैभवशाली हिंदू
#हिंदू 
कौन बताएगा तुमको के तुम कौन हो कैसे हिंदू 
विश्व भ्रमण करता था जो होता था केन्द्र बिंदू

जहाँ हिमालय  गंगा जमुना और सभ्यता  सिंधू
हर दिन दिन तिल तिल मरता आज सो रहा हिंदू 

तुम आजाद थे आजाद ही रहे वैभवशाली हिंदू 
उठो जगो लडो तुम फिर से विश्व विजयी तुम हिंदू 

तोडो जकडन जात पात की बनजाओ एकल हिंदू 
लहराओ पताका जीत ले आओ फिर से अपनी सिंधू

ज्ञान शास्त्र जो बोध कराए वो ही है हिंद और हिंदू 
शून्य से  संरचना करदे वो गुरू ज्ञानी है हिंदू 

संस्कृति सभ्यता जो लाए अजर अमर है हिंदू 
मरे मरुस्थल जो फूल खिलाए हैं कर्मठ वो हिंदू 

त्याग तपस्या ऋषि मुनि जन करते तत्पर किंतू
जन मानस कर्तव्य कह रहा कुंभकर्ण बनो न तुम हिंदू 

संकुचित संकीर्ण सरल न रहो विराट फिर बनो हिंदू
तेज प्रतापी बनो पराक्रमी विकराल बनो तुम हिंदू 

नष्ट हो रहा है साहस शक्ति यज्ञ करो तुम हिंदू 
हवन कुंड  ज्वाला सी अग्नि प्रज्वलित करो रे हिंदू 

अंत से पहले अनंत युगो तक का प्रण ले लो सब हिंदू 
निकलो घर से जीत लो जग को अब शिव बनो रे हिंदू 

#साधारणमनुष्य
#Sadharanmanushya

©#maxicandragon #हिंदू 
कौन बताएगा तुमको के तुम कौन हो कैसे हिंदू 
विश्व भ्रमण करता था जो होता था केन्द्र बिंदू

जहाँ हिमालय  गंगा जमुना और सभ्यता  सिंधू
हर दिन दिन तिल तिल मरता आज सो रहा हिंदू 

तुम आजाद थे आजाद ही रहे वैभवशाली हिंदू

#हिंदू कौन बताएगा तुमको के तुम कौन हो कैसे हिंदू विश्व भ्रमण करता था जो होता था केन्द्र बिंदू जहाँ हिमालय गंगा जमुना और सभ्यता सिंधू हर दिन दिन तिल तिल मरता आज सो रहा हिंदू तुम आजाद थे आजाद ही रहे वैभवशाली हिंदू #Poetry #Shiv #Sadharanmanushya #साधारणमनुष्य