मै अच्छाई से बहुत प्यार करता हू. हमेशा अच्छा बनने की कोशिश मे रहता. परन्तु वो... वो मुझे हमेशा जीत लेती लगता हैवो मुझे , मुझसे भी ज्यादा प्यार करती है, ओर मै हमेशा उससे दूर भगता आया हू लेकिन वो उतने ही करीब आती गयी ओर मुझे अपने जैसा बना कर छोड़ा एकदम बुरा इंसान जो मै कभी नहीं बनना चाहता था l अब जाके यकीन हुआ की बुराई मुझसे कितना प्यार करती है है l बुराई के प्यार मै कितनी सच्चाई है उसने मुझे चाहा ओर पा लिया ओर मैंने अच्छाई को चाहा लेकिन लाख कोसिसे की मगर पा न सका l धन्य है बुराई जो हमें कभी छोड़ना नहीं चाहती l सुप्रभात मित्रो l इसका अर्थ ये नहीं की बुराई प्रबल है नहीं, इसका मतलब हमारी मानसिक दुर्बलता से है l