मेरे पिता ने मेरे सामने इस जल, जंगल, जमीन की रक्षा किये हैं यह मेरे पुरखों का जंगल है और मेरे पिता ने कहे हैं मेरे चले जाने के बाद तूम सब इस जल, जंगल, जमीन की रक्षा करोगे।। जय आदिवासी ©Rudra chhattarpal singh shandilya रूद्र छत्रपाल सिंह शांडिल्य #NatureLove