तुम वो लफ्ज हो जो हर वक़्त मेरे होठों पे ठेहरता है, तुम वो अक्स हो जो हर पल मेरे करीब से गुजरता है, एक अरसे से चलती वो तलाश की घड़ी अब थम सी गयी है, तुम वो शख्स हो जो हर घड़ी मेरे रूह मे बसता है, तुम मेरा रोना मेरा हसना, तुम मेरा गम मेरी खुशी तुम मेरी जन्नत तुम ही मेरा जहाँ हो,, तुम्हे नहीं पता तुम मेरे लिए क्या हो.... #तुम_क्या_हो (1) #poetry