चाहत नहीं है मुझको कि मैं दुनियां की रंगीनियों मेंं खो जाऊं। चाहत बस इतनी सी है जीवन भर के लिये तेरी ही बन जाऊं। भव सागर में डूब जाने से अब मुझको बिल्कुल डर नहीं लगता, भव सागर पार उतारने को मोहन एक तेरा ही सहारा काफी है। कान्हा! मन नहीं लगता अब मेरा सजने संवरने में बिल्कुल भी, सजा लिया तन-मन में जब से तुझको तेरा ही श्रृंगार काफी है। तेरे प्यार के रंगों में रंग कर जोगन बन इत-उत डोलती रहती हूं, दिल मेंं जबसे तुझको बसा लिया बस एक तेरा प्यार काफी है। तेरे चरणों की भक्ति में मैंने अपना जीवन अर्पण कर डाला है, सांवरिया, जगत के रंग क्या देखूं एक तेरा ही दीदार काफी है। कान्हा! तुझ पर ही भरोसा हैं तू कभी भी मेेरा हाथ ना छोड़ेगा, किसी और पर क्यों ऐतबार करूं जब एक तेरा सहारा काफी है। #saanvariya #competitionsbymanavi #yqdidi #yqbaba #yqquotes #competition #participate ✔Aapko har do din me ek topic dia jaega jisme aapko collab krna hai. ✔Time limit: 05:00 pm next day ✔No word limit. You can surely write in caption. ✔Results will be out the next day.