Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat मै और तुम जैसे एक छोर से बंदी नाव है डगमगाती लहरों में फिर संभलती वहीं विश्वास है मै और तुम एक जैसे जलती लौ है झिलमिलाती मचलती डराती पर अनछुई सी एक अग्नि सी जलाती परखती पनपती फिर उताजित होकर भी एक चैन सी सिथिर हो जाती हैं मै और तुम जैसे वहीं एक कतरा बूंद है एक किरण से दमकते चमकते सितारे सी बारिश की बूंद में सुकून से मिल जाते है मै और तुम जैसे एक सदी में प्रवेश होता करता नया दौर है Rest Zone द्वारा प्रेषित एक सुंदर #collab #rzमैंऔरतुम #मैंऔरतुम #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat मै और तुम जैसे एक छोर से बंदी नाव है डगमगाती लहरों में फिर संभलती वहीं विश्वास है