Unsplash your quote रण्डीबाजार भाग 4 सर्द पड़ गए हैं वो रिश्ते जो your quote रंडियों के चूत के गरमा ने से गरम हुआ करते थे। शबीना अदीब की चूत से निकलती बाफ पर लोग हाथ सेका करते और हिमांशी बाबरा के चूत पर तारीफ़ के पुल बांधा करते सर्दी से ठिठुरती गौतमी कुमारी तालीमार ताली बजाबजाकर माहौल को गरम करती और गनवीर बाई बावरे का बिंद चमनप्रास समझ चाटती वहीं आरिफ़ अल्वी की अम्मी नंगी होकर लेटती। जहां नदीम फर्रुख के अम्मी के चूत की ठुकाई के बाद लहू के छीटे गिरे थे कुल मिलाकर सबका एक ही मकसद था। माहौल में गरमी पैदा करना ताकि हिमांशी बाबरा के चूत में आराम से जा सके बावराजी का लवड़ा ©Deep Bawara #Book #Nojoto #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine #yourquote