कहने मात्र से भले नही बन सकते। देश में हजारों सत्संग रोज होते हैं। शिक्षा और संस्कार का पोषण कर! तब जाकर अभिमन्यु पैदा होते हैं। रीति और नीति का पढ़ाओगे पाठ, चंद्रगुप्त शिवजी राणा तभी होते है। खुली चुनौती कहावत से जुड़ी। ( प्रस्तुत कर्ता : English Proverbs World ) नमस्कार अद्भुत लेखकों। हमारी आज की चुनौती है: भले बनो ( #EPWभलेबनो ) कोलेब करे मित्रों। अनुशीर्षक के अंत में असली कहावत पढ़कर समझिए।