उसकी लड़ाई मे भी कुछ बात छिपी थी, वो यूँ ही नहीं लड़ती थी, उसके प्यार को हम समझ ना सके, एसी भी क्या नासमझी थी. मेरा रूठने उसके मानाने मे भी क्या बात थी, मैं भी कितना गलत था जब वो मेरे साथ थी. पर याद तो मुझे अभी आया एेसा कुछ हूवा ही नई मैं सिंगल ही था और गलतफमी पुरे ज़माने के साथ थी. singal hi tha par galtfahmi jamne ko thi...............