ना जाने कितने किस्से बह गए आंसुओं की धार में, ना जाने और कितने खड़े हैं बहने की कतार में। ना जाने कितने लफ़्ज़ खामोशी से खामोश हो गए, ना जाने और कितने हैं खामोश होने की कगार पे। ना जाने #nojoto #sadshayari #reallty