मुझसे न छीन सुकून ए ज़िंदगी क्या बताऊ कैसे ये मुकाम पाया हैं छाले पड़े पाँव पे मरहम तक न लगाने आया कोई मग़र चलती राहों पे लोगों ने बहुत गिराया हैं।। #sukoon #rahein #zindagi #rahi #Nojotohindi