पनाहो मे जो वो आया तो फिर माफ कर देना, दोबारा हुई गलती तो फिर डॉट भी देना, जो अंदर से टूटा हो तो उसको कष्ट क्या देना, जा जी ले तू अपनी जिन्दगी फिर दंड क्या देना || ©Shubham patel पनाह मे आने वाले