ढलती शाम के साथ तुम्हारी सुन्दरता और भी बढ़ जाती है। जब भी जाता हूँ तूझे आलिंगन करने, तू क्यों गायब हो जाती है।। जी रहा हूँ अब भी तेरी यादों की मरिचिका में, दर बदर ढूंढ रहा हूँ तूझे हर वाटिका में। यही आशा में जी रहा हूँ कि तुम आओगी और मुझे भी अपने संग ले जाओगी।। ##crazy in love ##