दो पड़ोसी अपनी अपनी बाल्कनी से बात कर रहे थे..एक पड़ोसी दूसरे पड़ोसी को पूछ रही है अपने पति के बारे में..आपके पति क्या करते है? वो दूसरा पड़ोसी बोली मेरे पति वैद्य हैं.. तीन बजगया है अब वो खाना खाए की नहीं पता?..मुझे चिंता हो रहा है.. इतने में एक अप्रत्याशित घटना घटी...कोई और उनके द्वार पर कड़ा हुआ था..दूसरी महिला बोली कोई नीचे द्वार पर खड़ा है..तो और एक महिला उस वक्ती को देखी तो..वो आंसू को रोक ना पाई..वो बगथे हुए नीचे आई..और एक महिला सोच में पड़ी..ये क्यों रोते गाई..इतने में मोहल्ले के सभी लोग सामाजिक दूरी को निभाते हुए..सभी लोग तालियां बजाकर अभिनंदन किया..उस वैद्य को वो सब देख के उनकी आंखों में खुशी की आंसू आगाए.. में आप सभी से निवेदन करती हूं..कृपया आप सभी लोग अपने घर पर ही रहे..स्वाथ रहे..मैस्थ रहे..इस कथा से में उस सभी को में कोटि कोटि प्रणाम करती हूं ..हमारे जान को बचाने के लिए बहुत सरा परिश्रम कर रहे है. #nastowrimoday2 #balkanikahani #laghukahaniya