आओ बैठो साथ में ढलती देखो शाम है गुनगुना लें गीत कोई सरगोशियाँ की शाम हैं, यामिनी भी राग लेकर ढलती शाम ला रहीं खो न जाये वक्त ऐसा मदहोशिय ©Vimlesh Gautam ढलती शाम