अरे! खामोश रहो, कहीं कोई सुन लेगा, इतनी रात को , मोहब्बत जताने आए हो, मेरी छत पर दो प्रेमियों की, आत्मा भटकती है... 😁😁 ©Rajni Bala Singh (muskuharat) #खमोशी