बचपन में आज के दिन तुम मुझे सुबह जल्दी उठाया करती थी, मेरे लिए सबसे अच्छे और सुंदर कपड़े सुझाया करती थी। अपने शगुन के पैसे जमा करके मुझे चिढ़ाया करती थी, वाह मेरी बहनों तुम क्या रक्षाबंधन मनाया करती थी। वक़्त गुज़रा और हम दूर हो गए, अब ना कोई मुझे इस दिन पे लाड़ लड़ाता है ना ही मुझे कपड़े सुझाता है। लेकिन तुम जो राखी भेजती हो वह आज भी अपनी कलाई पे बांध कर मुझे उतना ही आंनद आता है। ना दूरियां ना वक़्त हमारे रिश्ते को कमजोर कर पाया क्यूंकि मेरी प्यारी बहनो तुम मेरे और मै तुम्हारे मन में हूं समाया! भाई बहन का त्यौहार..... #quote #yqbaba #rakshabandhan #brothersisterlove #straightfromheart #echoclublpu #sachinsidhra