मिला था रहस्य मधुशाला में उदास सा मुझे देखते ही कह उठा एक यही जगह है जहां मैं और तुम दोनों ही बेहद डरे रहते हैं बाकी तो यहां डिब्बे भी दहाड़ते है मुझे अपनी गोपनीयता और तुम्हे अपनी गरिमा छिन जाने का डर हर पल डराता है बेहोश था मैं कल शराबी कहता है और आसानी से छूट जाता है बबली गुर्जर ©Babli Gurjar डर KK क्षत्राणी