फितरत नहीं मेरी सबसे दिल लगाने की। परिंदा हूं मैं, एक समय बाद सब कुछ नाप लिया था मैने। कुछ अच्छा नहीं लग रहा जीवन में, अकेलेपन का साथी ढूंढ रहा इस गगन में। नज़र मेरी उस साथी पर है। मिलना जिसका होगा अनंत तक के सफर के लिए। ©0 आज कुछ ख़्याल नहीं थे लिखने के लिए। जो मिला लिख दिया मैंने दिल से। #krishna_flute #oddone #Love #Nojoto Dr.Mahira khan