हमनवा मेरे करता रहू बातें तुम से शाम-ओ-सहर ये चाहता था मैं,, फिर न जाने क्यों मेरे दिल का ख़ामोशी इख़्तियार करना मुझे अच्छा लगा.. -साबिर बख़्शी #yqbaba #urdushayari #urdupoetry #ishq #dua #mohabbat #manzil #quoteoftheday