सब्दो की दुनिया में कोई कहानी लिख डालो लिखो बुढ़ापा और थोड़ी जवानी लिख डालो लिख डालो किसी के आंख से टपकती हुई मादिता हुस्न और इश्क की हर मनमानी लिख डालो तन्हा तन्हा जी कर आखिर कटती नही है जिंदगी आशीष रहने दो शरावत तुम बदनामी लिख डालो ©ashish gupta सब्दो की दुनिया में कोई कहानी लिख डालो लिखो बुढ़ापा और थोड़ी जवानी लिख डालो लिख डालो किसी के आंख से टपकती हुई मादिता हुस्न और इश्क की हर मनमानी लिख डालो