तुम कहते हो प्रेम हो तुम . तो थाम लो मुझे , जैसे ईश्वर अपने बच्चो को थामते हैं ... और .... अगर विरह हो तुम . तो त्याग दो मुझे , जैसे त्याग देते है माँ-बाप अपने अरमानो को अपने बच्चो के लिए ....................................♡. तुम्हें जाना है तो एक बार में ही चले जाओ ना , ये बार-बार लौट आने का क्या मतलब है ? ऐसा नही कही कोई , है गलतफहमी बनी है _ खोया नही अपनापन , एहसास की राह चुनी है _ सब है दिखावे , झूठे है बेहलावे _ एक-एक कदम लाए , सौ-सौ पछतावे ____:(