सुना है उनकी ज़िन्दगी में नयी खुशियों का दौर आया है पता चला है अब उनसे दोस्ती करने दूसरा कोई और आया है किसी और की खातिर उन्होंने हमसे दूरियां बढ़ा दी है की आज फिर नहीं मिल सकते उनकी तरफ से बहाना एक और आया है - दिव्यांश नारंग