रातों को चांद हमसफर बन आता है तुम्हारा अकस लिए ये तुम बन जाता है कभी ये तुम्हारी बाते बताता है कभी ये तुम्हारी चाहते सुनता है कभी मुझे ये सकून दे जाता है कभी कभी ख्यालों में भी उलझाता है कभी मैं इसे अपना हाल सुनाता हूं और कभी खामोशी से इसे देखे जाता हूं ©Rajender #MoonAndMe