*****#चाँदनी_रात_की_बात**** कैसे सुनाऊँ तोहे प्रीत की बात कैसे समझाऊँ मैं वो मुलाकात कैसे दिखाऊँ मैं अपने जज्बात याद है मुझे चाँदनी रात की बात चाँदनी रात में चाँद-सा चेहरा जिस पर था जुल्फों का पहरा मानो चाँद ही आया हो उतरकर मैं देख रहा था उसे भर नजर उसकी प्यारी-प्यारी बातें उनकी अदाएं उनके जज्बात उनपर कुर्बान कई रातें कैसे भुला दूँ मैं वो रात वो चाँदनी रात की बात ✍️राज कुमार मंडल #चाँदनी रात #मुलाकात