मेरे ख्याल बदलने लगे हैं जमाने के साथ ढलने लगे हैं जिन आंखों में नींद नहीं थी कभी उनमें अब ख्वाब पलने लगे हैं मेरे ख्याल बदलने लगे हैं जमाने के साथ ढलने लगे हैं जब से जलना छोड़ा है हमने जाने क्यों लोग हम से ज़लने लगे हैं मेरे ख्याल बदलने लगे हैं जमाने के साथ ढलने लगे हैं मोहब्बत, नफरत रोड़ा हैं जिंदगी के अब हम बेपरवाह चलने लगे हैं। मेरे ख्याल बदलने लगे हैं जमाने के साथ ढलने लगे हैं ©Kamlesh Kandpal #Khyal