तरस गए अरमां, ख्वाहिशें ना रही मेरी कोई देखा सभी तो हैं अपने, गैर थोड़े है यहाँ कोई ©अनुषी का पिटारा.. #बेवसी #बेबसी #अनुषी_का_पिटारा