green-leaves बेइंतहां मोहब्बत की आरजू लिए बैठा हूं । नफरतों की बस्ती में कमबख्त मैं हसरत बांटने निकला हूं । ©Tripurari Pandey सच्ची बातें 💐✍️✍️📰📖