तस्वीर बन गये है सभी जो मेरे अपने थे। अब हाल दिल का किसको सुनायें हम। रातों को नींद आती नहीं कटते नहीं है दिन। अब सारा फैसला उस मालिक पे,छोड़ते है हम। बृन्दावन बैरागी"कृष्णा" ©Brandavan Bairagi "krishna" मालिक