यूँ तो राहों में भटक रहा था एक दूर कहीं मंज़िल कि तलाश में ! साथ चलने को एक दोस्त मिला तो मंज़िल तक कब पहुँच गया पता ही नहीं चला !! #manzil #Parikshit singh😌😌