पुर लिबास बदन सादगी में भी ख़ूबसूरती आला गर्दन चूमे बालियाँ और आँखों में हया की रिदा! बताओ तो कौन फ़िदा ना होगा जाना तुम पर बिखरी ज़ुल्फ़ें उफ़्फ़! ग़ज़ब तुम्हारी नाज़ो-अदा! हया में छुपी मोहब्बत का हसीं मंज़र बा'कमाल नीची निग़ाहों में मेरी जाँ, जान-निसार की अदा! वो लफ़्ज़ कहाँ से लाऊँ, समा सके हुस्नो शबाब की अदा, तुम पढ़ लो मेरी आँखों में तेरे अक्स-ओ-रूआब की अदा! ♥️ Challenge-717 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।