Nojoto: Largest Storytelling Platform

श्रमिक चिल चिलाती धूप में स्वेद रक्त से लथपथ मज

श्रमिक 
चिल चिलाती धूप में 
स्वेद रक्त से लथपथ 
मजबूरी ऐसी कि 
विश्राम करने के लिए भी वक्त कम
दर्द का अलग ही मंजर 
सीने में समाए हुए है समंदर 
ऐसी हालत में देख 
किसके मन में न उठे बवंडर 
लोगों के व्यवहार से 
बन गया उसका दिल खंडहर 
श्रमिक वर्ग अब यही सोचता 
खामोश रहूँ बेहतर है जो हुआ मुक़द्दर है ।

©Rakesh Kumar Das #childlabour
श्रमिक 
चिल चिलाती धूप में 
स्वेद रक्त से लथपथ 
मजबूरी ऐसी कि 
विश्राम करने के लिए भी वक्त कम
दर्द का अलग ही मंजर 
सीने में समाए हुए है समंदर 
ऐसी हालत में देख 
किसके मन में न उठे बवंडर 
लोगों के व्यवहार से 
बन गया उसका दिल खंडहर 
श्रमिक वर्ग अब यही सोचता 
खामोश रहूँ बेहतर है जो हुआ मुक़द्दर है ।

©Rakesh Kumar Das #childlabour