वतन वतन हमारा सबसे प्यारा और जगत में सबसे महान है। वतन हमारा हिंदुस्तान सारे जग की आन और शान है। सुभाष, भगत ने इसको अपना लहू देकर आबाद किया। हथियारों को हाथ लगाए बिना गांधी ने था संघर्ष किया। ईर्ष्या, द्वेष और नफरत का है यहां नहीं कोई भी स्थान। प्रेम, अहिंसा और विश्व बंधुत्व ही है बस इसकी पहचान। राम- कृष्ण की धरती है और ऋषि मुनियों की है खान यहां। कबीर, तुलसी और सूर के ज्ञान से मिलता है प्रकाश यहां। खेत और खलिहान भरे यहां पर, यहां आमों की अमराई है। गली-गली में गूंज महकते सरसों, मटर की फलियां गदराई हैं। -"Ek Soch" #वतन # साहित्य सहायक