Nojoto: Largest Storytelling Platform

पल्लव की डायरी घर घर मे आग लगी है ,महँगाई ख़ुशियाँ

पल्लव की डायरी
घर घर मे आग लगी है
,महँगाई ख़ुशियाँ जलाती है
रन विरंगे सपनो का जीवन
सियासी होलिका में स्वाह होता जाता है
स्वार्थो में जन जन का आनन्द मर गया
भार और बोझ,हर त्योहार लगता है
मन की सब आजादी मर गयी
नाते रिश्ते छिटके जाते है
तन्हा तन्हा परिवार हो गये
उमंगों और उत्साह  ढूढे नही मिलते है
सत्ता ने सब हदे मिटाने  दी 
रँग मिजाजी,जीवन पर अब भारी पड़ती है
                                                     प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"
  #Colors सियासी होली में सब स्वाह हुआ जाता है
#nojotohindi

#Colors सियासी होली में सब स्वाह हुआ जाता है #nojotohindi #कविता

1,700 Views