देखो मुझे मत सताओ जो रूठा हूँ तो मुझे मनाओ देखो फिर से मत इतराओ राज ना कोई मुझसे छुपाओ चलो जो हुआ सो हुआ, बस बात मत बढ़ाओ क्यों हमेशा तुम ही मुझे आजमाओ कभी तो प्यार अपना तुम भी दिखाओ जो करती रहती हो बातें प्यार की कभी तो उस बारिश में मुझे भी भिगाओ छोड़ो अगर मन नहीं है तो ना सही बस बात मत बढ़ाओ #baat#mat#badhao