"सांझ सकारे तेरी राह निहारे प्रेम की नैया कैसे पार उतारू किसने युगो से तेरी बिरहन खड़ी है कान्हा मेरी अँखियों में आसुवन झड़ी है पलछीन मोहन तेरी यादो में खोयी सुनी सुनी रातो में चुनरी भिगोयी दुख की घड़ी हाय कितनी बड़ी है कैसे मिलु मै पिया जमुना चढ़ी है.".... ©MALLIKA #कैसे मिलु.....