#SAD कभी कभी मन कितना भरा होता है शब्दों से,
जैसे कोई सागर उमड़ता, बेचैन सा,
व्याकुल सा बहुत कुछ कहने के लिए,
मगर वो किनारा वो सही इंसान नही मिलता 😊
जिससे सब कुछ कह पाएं,जिससे कुछ न छिपे,
जो आंखे भी पढ़े, और जो अनकहे शब्दों को भी सुन ले,
जिससे कुछ कहने के बाद कोई पछतावा न हो,
और मन भी हो जाए शांत,किसी शांत बहती नदी की तरह...! #hunarbaaz