रोज ख्वाबों में मैं बस आपका दीदार करती हूँ मैं सबके सामने इस बात का इज़हार करती हूँ तुम्हें है मुझसे जितना यार, मुझे भी तुमसे उतना है मैं बतलाती नहीं लेकिन, तुम्हीं से प्यार करती हूँ --प्रशान्त मिश्रा शायरी for ड्रामा...female part