*अक्सर अकेलेपन से* *वही गुजरता है* *जो जिंदगी में* *सही फैसलों को चुनता है।* *कभी कभी कुछ बातों का* *बाद में एहसास होता है।* *जो अपने कदमों की काबिलियत* *पर विश्वास रखते हैं,* *वही लोग अक्सर* *मंज़िल पर पहुंचते हैं।* ©Srashti Tyagi #saadgi sad status