खुल गए जन्नत के सभी दरवाजे जब हमने अपने अंदर खुदा को पाया; असली ज्ञान तो तब आया जब हमने अपने अंदर का दीप जलाया! सुनते रहे इधर-उधर की हमेशा हम जब अंधकार ने हमे बुलाया, और जब जब हमने दीप जलाया तब तब हमने ज्ञान पाया; सच तो तब जाना जब हमने अपने अंदर खुदा को पहचाना, हाँ मुज्हे याद हैं आज भी तुम्हारा मुझसे यूं ही रूबरू हो जाना ! ००"दीपों के इस पावन अवसर पर आप सभी लोगो को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें". ~"Happy Diwali"~ *'अप्प दीपो भव'** BABA WRITES ©Rohit Kumar #sabit #saadgi #khokbsurat #Lights