रज़ामंदी के वादे... मिलेंगे निगाहोंसे... अगर मेरे हाथ पकड़ने वाले हाथ, पत्थर के इरादे रखते हो... 05;59 pm Feel free to #collaboration #इश्क़_और_तुम #रजा_इश्क_की #हाँ_विशुद्ध_प्रेम #क्या_हसीन_इत्तेफाक़_था #सब्र_की_इंतहा #YourQuoteAndMine