Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम .............. तुम पानी में प्या

तुम ..............      

       तुम पानी में प्यास हो।         

        वायु में बसती श्वांस हो।        

      धूप में बारिश जैसे मौसम में खास हो।

            ठंड में तपती आग हो।        
 
   मन में बसे एक निश्छल राग हो।

       पहर में सांझ हो।           

          रात्रि में चाँद हो।              

सुंदर सुहाना सा ख्वाब हो ।

          जैसे नयनों में काजल तो अधरों पे मुस्कान हो।

तुम जो भी हो .............        

एक अदृश्य प्रेम का एहसास हो।।

©varsha mummy's carbon copy # just uniqueness....

# just uniqueness....

608 Views