काश हम जीवित होते तो मेरे देश के बच्चे भूखे न होते । मेरे देश के गरीब सड़क पर न सोते । काश हम जीवित होते मेरे शहर के बेरोजगार न दूसरे शहरों में होते । और न ही उनके मां बाप घर में अकेले होते । काश हम जीवित होते अगर कर रही होती सत्ता अपने कर्त्तव्य का निर्वहन । तो न ही बेटियां मारती और न ही माओं के बच्चे रोते । काश हम जीवित होते काश हम मनुष्य भी अपने कर्तव्यों को जीते । तो आज न मेरी यह कलम चलती । और न ही आप लोग ये पड़ रहे होते । साभार काश हम जीवित होते