अगर सुबह न जाग पाऊँ तो उसे खबर मिलेगी क्या... Read Caption ©Sanoj अगर सुबह न जाग पाऊँ तो उसे खबर मिलेगी क्या, अगर जाग गया सुबह तो वो रहबर मिलेगी क्या? क्या उसे पता चलेगा कि कितनी रातें बिना सोए गुजारी हैं, कितने तकिए गीले किए हैं आँसुओं से; कितने प्लान कैंसिल किए हैं दोस्तों के साथ घूमने के, कितनी ख्वाहिशें दफन की हैं खुद की बस इसलिए कि कुछ पैसे बचा लूँ उससे मिलने के लिए; क्या उसे पता चलेगा कि आज भी कितने चक्कर काटता हूँ अपनी छत के एक बार उसे उसकी छत पर देखने के लिए;