#गुंज पुरा होना कभी - कभी उतना सुकुंँ नहीं देता जितना अधुरा होना अधुरॆपन मे - बहुत सारी कल्पनायें /सम्भावनायें होती है इसे कोई भी आकार देकर इसकी सम्भावनाओं को खत्म कर पुर्ण बना देते ही कल्पनाये ख़त्म हो जाती है बिना सम्भावनाओं के जिंदगी ही अधुरी है सारे गिरह खोल कर तुमने मुझे मुझसे ही आजाद कर दिया इसलिये मुझे अपने अधुरेपन से बेइंतहा मुहब्बत है....... ©DEAR COMRADE (ANKUR~MISHRA) #गुंज पुरा होना कभी - कभी उतना सुकुंँ नहीं देता जितना अधुरा होना अधुरॆपन मे - बहुत सारी